"अहमदाबाद में हुए बम धमाको के बाद प्रधानमंत्री तथा गृहमंत्री ने कड़े शब्दों में निंदा की ! इससे आतंकवादी काफी डर गए होंगे !!" यह वाक्य एक न्यूज़ चैनल में एक दर्शक द्वारा भेजा गया था जिसे पढ़ कर दिमाग यह सोचने पर मजबूर हो जाता है कि १३० करोड़ आबादी वाले इस देश कि सुरक्षा के लिए काम कर रहे खुफिया विभाग को इन हादसों के बारे में क्या कोई पूर्व जानकारी नही होती ? गुप्तचर एजेंसी आईबी के कुल २५,००० जासूस देश के विभिन्न भागो में तैनात हैं फिर भी क्या वजह है कि आतंकवादी एक के बाद एक अलग-अलग शहरों में पूरी तैयारी के साथ यह धमाके कर रहें हैं । अभी FBI के तर्ज़ पर एक नई जाँच एजेंसी बनने के विषय में बात चल रही है लेकिन इससे कितना फायदा होगा यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। जबकि जानकर यह मानते हैं की अभी भी हमारे खुफिया तंत्र काफ़ी सक्षम है बशर्ते उनका सही तरीके से इस्तेमाल हो। दुश्मन अब सीमा पर से हमला नही करते, वो अब हमारे देश के अन्दर ही मौजूद हैं। भारत के सभी प्रमुख शहर उनके निशाने पर है। हजारो जानो की जिम्मेदारी अब हमारे "भाग्य विधाताओ" पर हैं। अब उन्हें निंदा करने के अलावा कुछ सख्त कदम भी उठाना होगा तभी इन विनाशकारी ताकतों को मुँहतोड़ जवाब दिया जा सकता है।
1 comment:
सही बात है,उन की निंदा करते रहनें से उन्हें क्या फर्क पड़ेगा।पता नहीं जो भी कुर्सीयों पर बैठता क्या वह सो जाता है?
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